Monday 27 June 2016

मुक्तक 1

किसका चेहरा रखू निगाह मे अपनी,
किसका नाम जुबान पर अपनी लाऊ,
तू मान जा साजन म्हारे अब तो…
तू कहे तो नाचू या फिर कोई गीत सुनाऊ..

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