Sunday 21 March 2021

बस आँखों पर मरता है

बस आँखों पर मरता है
कितना पागल लड़का है

एक ज़रा सी बात पे ही
आप अभी तक गुस्सा है

दिल को है तकलीफ़ ज़रा
बाकी सब कुछ अच्छा है

मैंने सबसे पूछ लिया
हिज्र इश्क़ का बच्चा है

बातों में उसकी खो जाये
कितना अच्छा लहज़ा है

आपका ये शहर भी तो
मेरे शहर सा लगता है

तुमको ज़रा सा छू ले क्या
दिल ये हर पल बकता है

तेरी नज़र में है जादू
मुझको ऐसा लगता है

चलो कहीं पर चल आये
वक़्त पांव में चुभता है

माह के आख़िर में देखों
खाली बटुआ बचता है

मुझको कौन बतायेगा
आँसू कैसे बनता है

उसकी आँखें कैसे पढूं
वो नज़र झुकाकर चलता है

मेरे तो दो नाम है जी
बोलो जो अच्छा लगता है

मैंने वक्त से पूछा था
आपसे कम क्यों मिलता है

नींद भी कुछ रोज़ नहीं आती
इश्क़ में ये तो चलता है

#MaheshKumarbose